जीव कैसे प्रजनन करते हैं
अध्याय 7: जीव कैसे प्रजनन करते हैं?
अलैंगिक प्रजनन
मुख्य अवधारणाएँ
- अलैंगिक प्रजनन एक प्रकार का प्रजनन है जहाँ संतति एकल जनक से उत्पन्न होती है।
- संतति में कोई आनुवंशिक विविधता नहीं देखी जाती।
- विधियाँ: मुकुलन, बीजाणु निर्माण, और विखंडन।
यीस्ट में मुकुलन
- प्रक्रिया:
- जनक जीव पर कलिका उगती है।
- कलिका नई यीस्ट कोशिका में विकसित होती है।
- जनक और संतति आनुवंशिक रूप से समरूप होते हैं।
- आरेख घटक:
- जनक यीस्ट कोशिका, कलिका, और नई कोशिका का पृथक्करण।
- महत्व: अनुकूल परिस्थितियों में तीव्र प्रजनन।
- उदाहरण: Saccharomyces cerevisiae (बेकरी यीस्ट)।
परीक्षा टिप: यीस्ट में मुकुलन का नामांकित आरेख बनाएँ।
बीजाणु निर्माण
- प्रक्रिया:
- कवक और जीवाणु जैसे जीव बीजाणु उत्पन्न करते हैं।
- बीजाणु निष्क्रिय होते हैं और कठोर परिस्थितियों में जीवित रह सकते हैं।
- अनुकूल परिस्थितियों में, बीजाणु अंकुरित होकर नए जीव बनाते हैं।
- उदाहरण:
- ब्रेड मोल्ड (Rhizopus): श्रृंखला में बीजाणु बनते हैं।
- Bacillus जीवाणु: पर्यावरणीय तनाव के दौरान बीजाणु बनते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु: बीजाणु अलैंगिक प्रजनन के लिए एक अस्तित्व तंत्र हैं।
विखंडन
- द्विखंडन:
- अमीबा और पैरामीशियम जैसे जीव दो समान भागों में विभाजित होते हैं।
- चरण:
- केन्द्रक विभाजन (सूत्री विभाजन)।
- कोशिकाद्रव्य विभाजन (कोशिका द्रव्य विभाजन)।
- बहुखंडन:
- प्लाज्मोडियम (मलेरिया परजीवी) जैसे जीव एक साथ कई संतति कोशिकाओं में विभाजित होते हैं।
- महत्व: अनुकूल परिस्थितियों में तीव्र गुणन की अनुमति देता है।
परीक्षा टिप: द्विखंडन और बहुखंडन के बीच अंतर करें।
लैंगिक प्रजनन
मुख्य अवधारणाएँ
- लैंगिक प्रजनन में नर और मादा युग्मकों का संलयन शामिल होता है।
- युग्मक अगुणित (n) होते हैं और अर्धसूत्री विभाजन द्वारा उत्पन्न होते हैं।
- लाभ: आनुवंशिक विविधता, बदलते वातावरण में अनुकूलन।
युग्मक निर्माण
- नर युग्मक (शुक्राणु):
- वृषण में उत्पन्न होते हैं (मनुष्यों में)।
- संरचना: शीर्ष (DNA युक्त), मध्य भाग (माइटोकॉन्ड्रिया), पूँछ (गति)।
- मादा युग्मक (अंडाणु):
- अंडाशय में उत्पन्न होते हैं (मनुष्यों में)।
- संरचना: पीष्ठ-युक्त कोशिकाद्रव्य, केन्द्रक, और सुरक्षात्मक परतें।
महत्वपूर्ण बिंदु: शुक्राणु और अंडाणु असमान होते हैं और युग्मनज बनाने के लिए संयोजित होते हैं।
निषेचन
- आन्तरिक निषेचन:
- मादा शरीर के भीतर होता है (उदा. मनुष्य, मेढक)।
- शुक्राणु डिम्बवाही नली में डिम्ब (अंडाणु) तक यात्रा करता है।
- बाह्य निषेचन:
- शरीर के बाहर होता है (उदा. मछली, उभयचर)।
- युग्मक पानी में मुक्त किए जाते हैं।
परीक्षा टिप: मनुष्यों में निषेचन की प्रक्रिया का वर्णन करें और डिम्बवाही नली की भूमिका का उल्लेख करें।
युग्मनज विकास
- युग्मनज:
- शुक्राणु और अंडाणु के संलयन से बनता है।
- सूत्री विभाजन के माध्यम से विभाजित होकर भ्रूण बनाना शुरू करता है।
- चरण:
- युग्मनज → ब्लास्टुला (मोरुला) → गैस्ट्रुला → भ्रूण → भ्रूण (फीटस)।
महत्वपूर्ण बिंदु: मनुष्यों में युग्मनज विकास गर्भाशय में होता है।
मानव प्रजनन तंत्र
नर प्रजनन तंत्र
- अंग:
- वृषण: शुक्राणु और टेस्टोस्टेरोन उत्पन्न करते हैं।
- अधिवृषण: शुक्राणु का भंडारण और परिपक्वता।
- शुक्रवाहिनी: शुक्राणु को मूत्रमार्ग तक पहुँचाती है।
- शुक्राशय: वीर्य द्रव उत्पन्न करते हैं।
- पौरुष ग्रंथि: वीर्य में प्रोस्टेट द्रव मिलाती है।
- शिश्न: शुक्राणु को मादा प्रजनन पथ में पहुँचाता है।
परीक्षा टिप: नर प्रजनन तंत्र का नामांकित आरेख बनाएँ।
मादा प्रजनन तंत्र
- अंग:
- अंडाशय: अंडाणु और एस्ट्रोजन उत्पन्न करते हैं।
- डिम्बवाही नलियाँ: निषेचन का स्थान।
- गर्भाशय: भ्रूण विकास का स्थान।
- योनि: मासिक धर्म प्रवाह और शुक्राणु प्रवेश के लिए मार्ग।
महत्वपूर्ण बिंदु: गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियम) आरोपण को समर्थन देने के लिए मोटी होती है।
मानव में निषेचन
- प्रक्रिया:
- शुक्राणु योनि से होकर डिम्बवाही नली तक यात्रा करता है।
- एक शुक्राणु अंडाणु में प्रवेश करता है, और युग्मनज बनता है।
- युग्मनज आरोपण के लिए गर्भाशय में जाता है।
परीक्षा टिप: आन्तरिक और बाह्य निषेचन के बीच अंतर करें।
गर्भनिरोधक
मुख्य अवधारणाएँ
- गर्भनिरोधक अवांछित गर्भधारण को रोकता है।
- विधियाँ: प्राकृतिक, यांत्रिक, रासायनिक, और शल्यचिकित्सा संबंधी।
प्राकृतिक विधियाँ
- संयम: यौन गतिविधियों से बचना।
- आवधिक संयम: उर्वर अवधि के दौरान संभोग से बचना (उदा. ओव्यूलेशन के आसपास के दिन)।
- स्तनपान अनार्तव: स्तनपान के दौरान ओव्यूलेशन नहीं होता।
महत्वपूर्ण बिंदु: अन्य विधियों की तुलना में प्राकृतिक विधियाँ कम प्रभावी हैं।
यांत्रिक विधियाँ
- कंडोम (नर/मादा): शुक्राणु और अंडाणु को मिलने से रोकने के लिए भौतिक अवरोध।
- डायाफ्राम: योनि में रखा जाने वाला सिलिकॉन उपकरण जो शुक्राणु को रोकता है।
परीक्षा टिप: यांत्रिक विधियों के लाभों का उल्लेख करें (उदा. कोई हार्मोनल दुष्प्रभाव नहीं)।
रासायनिक विधियाँ
- शुक्राणुनाशक: शुक्राणुओं को मारने वाले रसायन (कंडोम या डायाफ्राम के साथ उपयोग किए जाते हैं)।
शल्य विधियाँ
- ट्यूबेक्टॉमी (मादा): डिम्बवाही नलियों को काटना/बाँधना।
- वासेक्टॉमी (नर): शुक्रवाहिनी को काटना/बाँधना।
महत्वपूर्ण बिंदु: शल्य विधियाँ स्थाई और अपरिवर्तनीय होती हैं।
परीक्षा टिप्स और महत्वपूर्ण बिंदु
- आरेख बनाना:
- यीस्ट में मुकुलन, मानव नर/मादा प्रजनन तंत्र, निषेचन प्रक्रिया।
- मुख्य अंतर:
- अलैंगिक बनाम लैंगिक प्रजनन (आनुवंशिक विविधता, जनकों की संख्या)।
- प्राकृतिक बनाम यांत्रिक गर्भनिरोधक।
- सामान्य प्रश्न:
- निषेचन में डिम्बवाही नली की क्या भूमिका है?
- द्विखंडन की प्रक्रिया का वर्णन करें।
- प्रजनन में हार्मोनों के कार्य क्या हैं?
- महत्व:
- तेजी से जनसंख्या वृद्धि के लिए अलैंगिक प्रजनन।
- आनुवंशिक विविधता के लिए लैंगिक प्रजनन।
- परिवार नियोजन और रोग निवारण के लिए गर्भनिरोधक।
ध्यान दें: सभी सामग्री एनसीईआरटी कक्षा 10 पाठ्यक्रम और सीबीएसई दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करती है।