एकांतर यूनिट 10 हैलोएल्केन और हैलोएरीन (अंतर्गत प्रश्न-4)
अंतर्गत प्रश्न
10.7 निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा ऐल्किल हैलाइड ${S_{N}} 2$ योगात्मक योग के द्वारा अधिक तेजी से अभिक्रिया करेगा? अपने उत्तर की व्याख्या करें।
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उत्तर
(i)
2-ब्रोमोब्यूटेन एक $2 ^{\circ}$ (द्वितीयक) ऐल्किल हैलाइड है जबकि 1-ब्रोमोब्यूटेन एक $1 ^{\circ}$ (प्राथमिक) ऐल्किल हैलाइड है। नाभिक अभिकरक के आगंतुक अधिक अवरोधित होता है 2-ब्रोमोब्यूटेन में जबकि 1-ब्रोमोब्यूटेन में नहीं। अतः 1-ब्रोमोब्यूटेन, 2-ब्रोमोब्यूटेन की तुलना में ${S_{N}} 2$ योगात्मक योग द्वारा अधिक तेजी से अभिक्रिया करता है।
(ii)
2-ब्रोमोब्यूटेन एक $2 ^{\circ}$ ऐल्किल हैलाइड है जबकि 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन एक $3 ^{\circ}$ ऐल्किल हैलाइड है। अतः $3 ^{\circ}$ ऐल्किल हैलाइड में $2 ^{\circ}$ ऐल्किल हैलाइड की तुलना में अधिक संख्या में प्रतिस्थापक उपस्थित होते हैं जो नाभिक अभिकरक के आगंतुक को अवरोधित करते हैं। अतः 2-ब्रोमोब्यूटेन, 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन की तुलना में ${S_{N}} 2$ योगात्मक योग द्वारा अधिक तेजी से अभिक्रिया करता है।
(iii)
दोनों ऐल्किल हैलाइड प्राथमिक हैं। हालांकि, 1-ब्रोमो-3-मेथिलब्यूटेन में $-{CH_3}$ प्रतिस्थापक, 1-ब्रोमो-2-मेथिलब्यूटेन में $-{CH_3}$ प्रतिस्थापक के तुलना में ब्रोमीन के संलग्न कार्बन पर अधिक दूरी पर है। अतः पहले के मामले में नाभिक अभिकरक के आगंतुक कम अवरोधित होता है जबकि दूसरे मामले में अधिक अवरोधित होता है। अतः पहले के मामले में अभिक्रिया दूसरे मामले की तुलना में ${S_{N}} 2$ योगात्मक योग द्वारा तेजी से होती है।
10.8 निम्नलिखित जालक यौगिकों के युग्म में, कौन सा यौगिक ${S_{N}} 1$ अभिक्रिया में तेजी से अग्रगति करता है?
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उत्तर
(i)
${S_{N}} 1$ अभिक्रिया कार्बोकेटियन के निर्माण के माध्यम से होती है। ऐल्किल हैलाइड (I) $3 ^{\circ}$ है जबकि (II) $2 ^{\circ}$ है। अतः, (I) $3 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन बनाता है जबकि (II) $2 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन बनाता है। कार्बोकेटियन की अधिक स्थायित्व, ${S_{N}} 1$ अभिक्रिया की दर के अधिक तेज होती है। चूंकि $3 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन $2 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन की तुलना में अधिक स्थायी होता है, अतः (I), अर्थात 2-क्लोरो-2-मेथिलप्रोपेन, (II) अर्थात 3-क्लोरोपेंटेन की तुलना में ${S_{N}} 1$ अभिक्रिया में तेजी से अग्रगति करता है।
ऐल्किल हैलाइड (I) $2 ^{\circ}$ है जबकि (II) $1 ^{\circ}$ है। $2 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन $1 ^{\circ}$ कार्बोकेटियन की तुलना में अधिक स्थायी होता है। अतः, (I), 2-क्लोरोहेप्टेन, (II), 1-क्लोरोहेक्सेन की तुलना में ${S_{N}} 1$ अभिक्रिया में तेजी से अग्रगति करता है।
10.9 निम्नलिखित में A, B, C, D, E, R और $R ^1$ की पहचान करें:
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उत्तर